हमें तो काम है ..... (भजन)
हमें तो काम है सद्गुरु से ,
हमें दुनिया से क्या लेना.
उसी का नाम सदा जपना,
उसी के ध्यान में मग्न रहना .
यह जग है वन काँटों का ,
सारा जंजाल माया का.
जब वोह है खेवन हार ,
तो भवसागर से क्या डरना.....
हमें तो ........
है दुनिया के बदरंग चेहरे ,
चेहरों के ऊपर कई चेहरे ,
हमारा तो सुन्दर सलोना वोह,
मेरे सद्गुरु का क्या कहना .......
हमें तो........
दुनिया की तो झूठी प्रीत है,
यहाँ कौन किसी का मीत है,
सभी है स्वार्थ से भरे रिश्ते ,
बस सद्गुरु ही है हमारा अपना .....
हमें तो ........
गर है संसार से बचना ,
काल और चौरासी से बचना,
तो क्यों ना जुटाएं सद्कर्मों का खजाना ......
हमें तो .........
यह जीवन है जिसकी अमानत ,
चलो जमा करें सद्कर्मों की दौलत ,
मिलन की घडी जब आये मनमीत से ,
अपने प्राण-प्यारे को है रिझाना. .....
हमें तो .......
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